Cat Que Virus क्या है? और यह कितना खतरनाक है|

Cat Que Virus क्या है?

एक तरफ भारत कोरोना महामारी के खिलाफ मजबूती से लड़ रहा है, इसी बीच एक और चीनी वायरस का खतरा बढ़ रहा है! इस वायरस का नाम है कैट क्यू!

Cat Que Virus क्या है? और यह आने वाले समय में कितना खतरनाक हो सकता है आइये जानते है|

Cat Que Virus कहाँ पंहुचा?

Cat Que Virus के बारे में लगभग दो महीने पहले इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में छपी एक स्टडी के नतीजों ने वैज्ञानिकों को परेशान कर दिया। इसके द्वारा पता चला है कि कर्नाटक से लिए गए 2 मानव सीरम नमूनों में कैट क्यू वायरस के खिलाफ ऐंटीबॉडीज मिले हैं। इसका मतलब है ये व्यक्ति जिनके अन्दर वायरस के खिलाफ ऐंटीबॉडीज बन चुकी है वह वायरस से संक्रमित होकर ठीक हो चुके है|

Cat Que Virus के बारे में रिसर्च

ICMR- National Institute of Virology और Maximum Containment Lab के माध्यम से 1020 मानव नमूनों को लेकर 2014 से सन 2017 के बीच अध्ययन किया गया, आरटीपीसीआर टेस्ट में सभी नमूनों को नेगेटिव पाया गया। इन सैंपल में महाराष्ट्र से 116, केरल से 51, मध्य प्रदेश से 20, गुजरात से 27 और कर्नाटक से 806 सैंपल लिए गए थे| इन सैंपल को लेने का उद्देश्य CAQ (Cat Que Virus) वायरस के खिलाफ ऐंटीबॉडीज को पता लगाना था इनमे कर्नाटक से लिए गए 2 नमूनों में ऐंटीबॉडीज मिले जो काफी हैरान कर देने वाले थे |

कैसे फैलता है Cat Que Virus?

कैट क्यू वायरस वस्तुतः चीन के क्यूलेक्स मच्छरों में पाया जाता है इसी लिए इस वायरस का नाम कैट क्यू वायरस रखा गया है, इन के द्वारा वियतनाम के सुअरों में भी इस वायरस के लक्षण मिले है चीन में भी बहुत बड़े पैमाने पर घरेलू सुअरों में भी इस वायरस के खिलाफ ऐंटीबॉडीज मिल चुके है!

इससे यह बात स्पष्ट होती है की स्थानीय स्तर पर यह वायरस फ़ैल रहा है यह वायरस मच्छरों के जरिये सुअरों के अतिरिक्त अन्य जानवरों में फ़ैल सकता है| जिन क्यूलेक्स मच्छरों से यह वायरस उत्पन्न होता है उनकी प्रजाति भारत में भी पाई जाती है, इसलिए खतरे को देखते हुए वैज्ञानिको को इसके बारे में स्टडी करने की जरूरत पड़ी

कितना खतरनाक है कैट क्यू वायरस?

कैट क्यू वायरस कितना खतरनाक है यह अभी स्पष्ट तौर पर कह पाना मुश्किल है लेकिन कोरोना के प्रकोप को देखते हुए वैज्ञानिको के द्वारा इसकी स्टडी करके और इसपर काम सुरू कर दिया गया है ताकि अगर यह वायरस फैलता है तो इसपर जल्द ही काबू कर लिया जाय और महामारी का रूप न अख्तियार कर पाए|

इस वायरस के आलावा कई अन्य वायरस इन मच्छरों के दयारा भी फैलाते है जिनमे जेम्सटाउन कैन्योन इंसेफलाइटिस आदि है| मच्छरों और सूअरों के अलावा, जंगली मैना जैसे में भी यह वायरस रह सकता है इस वायरस के लक्षण तेज बुखार, एन्सेफलाइटिस, मेनिन्जाइटिस जैसे हो सकते है

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