Balanced diet यानि संतुलित आहार और प्रकार, प्रत्येक व्यक्ति की सबसे महत्त्व पूर्ण जरूरत! जिसके बिना मानव शरीर का विकास, स्वास्थ्य और कार्यक्षमता प्रभावित होती है! जिसके परिणाम स्वरूप व्यक्तियों को कई शारीरिक और मानसिक कठिनाइयों, रोगों और सामाजिक दुर्भाव का शिकार होना पड़ता है! भोजन की मात्रा क्या है?तो दोस्तों आज हम इस लेख के माध्यम से santulit aahar ka mahatva क्या होता है, और यह मानव शरीर हेतु क्यों जरूरी है!
आहार क्या है और इसके प्रकार
आहार प्रत्येक प्राणी, जंतु, कीड़े मकोड़े, वनस्पति सभी को जीवित रहने हेतु शारीरिक अवश्यकता हेतु जरूरी होता है! परन्तु सभी के खाने के साधन अलग – अलग होते है! जहा मनुष्य धरती पर पाई जाने वाली खाने योग्य वस्तुए को खाता है, वही पर जानवर भोजन हेतु प्राक्रतिक वनस्पति एवं मांसाहारी जंगली जानवर एक दूसरे को खाने हेतु इस्तेमाल करते है! पेड़ अपनी भोजन की जरूरत के लिए धरती के अन्दर से पोषक तत्वों को ग्रहण करते है!
संतुलित भोजन के बारे में जानने से पहले यह जान लेते है कि आहार कितने प्रकार का होता है! हमारे हिन्दू धर्म ग्रंथो और आयुर्वेद में आहार का तीन भागो में वर्गीकरण किया गया है!
- सात्विक भोजन
- राजसिक भोजन
- तामसिक भोजन
भोजन का हमरे शरीर के साथ- साथ हमारे मस्तिष्क पर भी गहरा असर पड़ता है! क्योकि कहा गया है जैसा खाओगे अन्न, वैसा रहेगा मन!!
अर्थात आप जिस प्रकार का भोजन या आहार लेते है आपका मानसिक रूप से भी वैसा ही वर्ताव करने लगते है! इसलिए हमेशा संतुलित आहार लेना चाहिए!
सात्विक भोजन
हिन्दू धर्म में हमेशा सात्विक भोजन के लिए प्रेरित किया जाता है, क्योकि सात्विक आहार को ग्रहण करने से तन और मन हमेशा शुद्ध रहता है! मन में कभी कोई गलत विचार नहीं आते है! ऋषि और मुनि जिन्होंने वेदों का निर्माण, अध्यात्म की खोज या अन्य जो भी अविष्कार किये वे हमेशा सात्विक भोजन करते थे! जिसकी वजह से उनके मस्तिष्क में हमेशा नई ऊर्जा का संचार होता रहता था!
राजसिक भोजन
शरीर को शक्तिशाली एवं मन को स्वस्थ रखने हेतु बहुत से पोषक तत्वों की आवश्कता होती है! और राजसिक भोजन में उन सभी वस्तुओ का समावेश रहता है जोकि साकाहार के रूप में उपलब्ध रहती है! तथा स्वाद हेतु भी कुछ चीजे भोजन में जरूरी होती है! इन सबको राजसिक भोजन में पाया जाता है!
तामसिक भोजन
तामसिक भोजन को राक्षसी भोजन भी कहा जाता है इसमें मांसाहार को प्रमुखता दी जाती है! यह भोजन शरीर को बलशाली बनाता है! इसको खाने से मन के विचार तामसिक हो जाते है! मन के अन्दर दुर्विचार उत्पन्न होने लगते है! अच्छे कार्यो से मन भागने लगता है!
संतुलित भोजन की परिभाषा (Definition of balanced diet in Hindi)
“शरीर के सम्पूर्ण विकास हेतु अनेक प्रकार के पोषक तत्व आवश्यक होते है, और जिस भोजन में इन तत्वों की प्रतिपूर्ति हेतु उचित मात्रा में खाने की वस्तुओं का समावेश होता है! उसे संतुलित भोजन या संतुलित आहार कहा जाता है!”
शरीर को कार्य करने हेतु ऊर्जा की जरूरत होती है शारीरिक कार्यक्षमता को को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए इस ऊर्जा की प्रतिपूर्ति संतुलित भोजन करता है
संतुलित आहार में पाए जाने वाले जरूरी पोषक तत्व
बैलेंस्ड डाइट संतुलित आहार और उसमे अनेक प्रकार के खाने योग्य वस्तुओ का को सम्मिलित किया जाता है! जिनको खाने से शरीर को प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व मिलते है
संतुलित आहार चार्ट
- काबोहाइड्रेड (carbohydrate)
- प्रोटीन (Protein)
- वसा (fat)
- खनिज पदार्थ (mineral matter)
- विटामिन (vitamins)
- पानी (water)
पोषक तत्व युक्त खाने योग्य वस्तुए
- काबोहाइड्रेड मुख्य रूप से चीनी, शकर में में पाया जाता है यही इसका प्रमुख श्रोत है इसके आलावा पॉपकॉर्न, केला, ओट्स, स्ट्रॉबेरीऔरर आलू में भी काबोहाइड्रेड प्रचुर मात्र में पाया जाता है! काबोहाइड्रेड का सेवन भोजन को पचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है!
- प्रोटीन के लिए मांसाहारी भोजन में मांस, मछली, अंडा इसके आलावा सोयाबीन में सबसे अधिक एवं मक्का, राजमा, मूंग, मसूर, उड़द, लोबिया, गेंहू, चना या ये कहे कि मोटे आनाज प्रोटीन के अच्छे श्रोत है! दालों का सूप बनाकर पीने से या प्रचुर मात्रा में डालो का सेवन प्रोटीन की कमी को दूर करता है!
- विटामिन का सबसे अच्छा श्रोत ताजे फल और सब्जिया है! सब्जियों में हरी सब्जियों में सबसे ज्यादा विटामिन पाया जाता है और मौसमी फलो का सेवन करना चाहिए! विटामिन कई प्रकार से शरीर को मदत करता है!
- वसा शरीर के लिए इसको गतिशील बनाने में मदत करती है! लेकिन वसा की अधिकता बहुत घातक है इससे मोटापा बढ़ने का खतरा सबसे अधिक होता है! वसा की पूर्ती चिकनाई युक्त वस्तुओ जैसे बादाम, मूंगफली, दूध, पनीर, क्रीम, घी, वनस्पति तेल आदि के द्वारा हो जाती है!
- इसके आलावा संतुलित पोषक तत्वों में पानी का भी अहम् रोल है! क्योकि पानी की कमी शरीर को कमजोर कर देती है जिसकी वजह से कई रोग हो जाते है! इसलिए प्रतिदिन प्रचुर मात्रा में पानी पीना चाहिए!
यह भी पढ़े >>>> ICU (आई सी यू) का Full Form – Medical ICU की फुल जानकारी
सूखी खांसी का बढ़ियां घरेलू उपचार
संतुलित भोजन करने के लाभ
- बच्चो को कुपोषण से बचने हेतु संतुलित पोषक तत्व युक्त भोजन उनकी मदत करता है!
- संतुलित आहार हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है!
- बचपन में दिया गया संतुलित भोजन जीवन भर के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास कर देता है!
- किशोर अवस्था में शारीरिक एवं मानसिक विकास का मुख्य कारण पोषक तत्व होते है!
- गर्भवती महिलाये द्वारा संतुलित भोजन खाने से होने वाली संतान स्वस्थ पैदा होती है!
- संतुलित आहार का सेवन महिलाओ के मासिक धर्म के दौरान होने वाली परेशानियो को कम करता है!
तो दोस्तों संतुलित आहार और प्रकार लेख के माध्यम से आपके भोजन के लिए जरूरी पोषक तत्व के बारे में विस्तृत जानकारी कैसी लगी और ऐसी ही जानकारी हेतु के लिए रेगुलर हमारी वेबसाइट catchmoney.in पर आते रहे और लाभ उठाते रहे! धन्यवाद!