प्यार क्या होता है – सच्चे प्यार और झूठे प्यार को कैसे पहचाने!

What is love in Hindi ? प्यार क्या है? अथवा प्यार क्या होता है? प्यार क्यों होता है? Love कैसे होता है? अगर आपने भी कभी प्यार किया है, किसी की तरफ आपका आकर्षण हुआ है! तो आपके मन में भी यह प्रश्न अक्सर आये होगे!

इन सभी के जवाब तलासने की भी अपने कोशिश की होगी! सायद आप सफल भी रहे हो, लेकिन प्यार इतना गूढ़ है, इतना रहश्यमयी है कि एक प्रश्न के उत्तर को खोजो दूसरा प्रश्न आपके सामने खड़ा हो जाता है!

प्यार क्या है (What is love Hindi)

प्यार, इश्क, मोहब्बत, प्रेम, love, ये सारे उस एक अलौकिक एहसास की अनुभूति है, जिसे या तो प्यार कारने वाला समझ सकता है, या जिसे कभी प्यार न मिला हो! प्यार के माध्यम से बहुत ही मार्मिक भावनाओ का स्रजन होता है यह भावनाए दिमाग की जगह दिल का सहारा लेती है! और एक प्रेमी अपने साथी के सैट भावनात्मक रूप से इतना जुड़ जाता है, कि उसे संसार में सबसे प्रिय, सबसे भरोसेमंद और सच्चा साथी अपना प्रेमी ही लगता है!

मोहब्बत में लोगो ने क्या नहीं किया, सात समंदर तक को पार करके अपने सच्चे प्यार को मिलने पहुच गए!

प्यार को पाने के लिए लोगो ने अपना घर, समाज, देश तक को छोड़ दिया यहाँ तक दुनिया को छोड़ दिया! लेकिन अपने प्यार को नहीं छोड़ा ये होता है प्यार या मोहब्बत!

प्यार होने के बाद क्या होता है – प्यार होने की निशानी

जो लोग प्यार में पड़ जाते है वह अक्सर प्यार मोहब्बत की बात किया करते है! और Pyar ke bare me batao, Love ke bare me bataye, True Love kaise pahachane यह सवाल अक्सर पूछा करते है!

  • जिसको भी प्यार हो जाता है वह हमेश बेचैनी महशूस करता है, अगर अपने लव से बात न हो तो बेचैनी, बिना देखे बेचैनी, मिलने की बेचैनी तमाम तरह से प्रेमी असहज रहता है!
  • अगर प्यार एकतरफ का है तो सबसे ज्यादा मुश्किल होती है, क्योकि प्यार करने वाला हमेशा प्यार के इजहार के बारे में सोचता रहता है! बिना इजहार किये वह लाखो कल्पनाये बना लेता है जैसे अगर उसने न करदी, कही उसने मना कर दिया, या सायद वह हमें पसंद न करती हो, वह किसी और से तो प्यार नहीं करता!
  • हमेशा वह सामने बैठी रहे और मै उसको देखकर प्यार भरी शायरी उसे सुनाता रहू!
  • उसके हँसने पर खुसी मिले और अगर कही दुखी दिखाई दी तो उसका कारण पता करना मात्र एक उद्देश्य हो जाना!
  • अपने मोबाइल में उसका नंबर किसी दुसरे नाम से सेव कंरना!
  • उसकी कॉल या मिस्ड कॉल आने पर कितने भी जरूरी लोग साथ बैठे हो बहाना करके दूर जाकर बात करना!
  • फोन पर घंटो बात करना और हमेशा उसकी फोन के इंतजार में बार – बार फ़ोन की तरफ देखना,और अगर फ़ोन न आये तो अनिष्ट की आशंका से घबरा जाना!
  • I Love You बोलने के लाखो बहाने करना और उससे बार – बार You Love Me पूछना!
  • न खाने की परवाह न भूख की चिंता बस अपने यार की चिंता!
  • उसके घर जाने के बहाने खोजना!
  • हमेशा ऐसे मौको की गणित लगाना जहा उससे मुलाकात हो पायेगी!
  • प्यार भरे गीत क्या यही प्यार है mp3 सॉन्ग सुनना, प्यार के बारे में कविता पढना!
  • कही अगर वह जा रही है तो तबतक निगाहों से उसका पीछा करना जबतक वह ओझल न हो जाये!
  • किसी दुसरे से बात करते देखने पर बहुत गुस्सा आना!
  • एक्शन फिल्मे देखने वाले को रोमान्टिक, प्यार से भरपूर, रोमांटिक गानों वाली, Love Story वाली Filme पसंद आने लगटी है!
  • उसके साथ सातो जनम साथ रहने की कसम खाना और उससे भी वादा लेना!

सच्चा प्यार क्या होता है सच्चे प्यार की पहचान बताओ

प्यार हमेसा भरोसे की नाजुक डोर पर टिका होता है, और जब एक दुसरे के प्रति विश्वास की कमी होने लगती है तो यह डोरे कमजोर होकर टूट जाती है!

इसलिए प्यार में एक दूसरे को आपस में Trust रखना जरूरी है! और यह हमेसा विचार रखे कि कोई भी परिस्थिति क्यों न हो हम उसका साथ नहीं छोड़ेंगे! अगर यह भावना आपके मन में रहती हैतो आपका प्यार कभी झूठा नहीं हो सकता और न ही कोई आपसे बेवफाई कर सकता है!

फिर भी कुछ सच्चे प्यार की निशानिया हम यहाँ बता रहे है जिनसे आप यह जान सकते है की सामने वाला आपको सच्चा प्यार करता है या नहीं!

  1. सच्चा प्यार कभी किसी प्रकार की शर्त नहीं लगाता अगर आपसे प्यार करने वाला किसी भी बात को लेकर आशा रखता है, या उम्मीद के बारे में बताता है तो समझना चाहिए कि इस प्रकार के प्यार में आपको धोखा मिल सकता है!
  2. मोहब्बत कभी भी जाति, धर्म को नहीं मानती प्यार अपने आप में एक धर्म होता है! प्रेमियों का अपना एक समाज होता है! जिस भी Lover ने जाति या धर्म देखकर प्यार किया वह सच्चा प्यार नहीं है!
  3. सच्चा प्यार कभी भी, कही भी और किसी से भी हो सकता है चाहे वह मनुष्य हो, जानवर हो!
  4. True Love समर्पण को कहते है जरूरी नहीं प्यार तुम्हे हासिल ही हो जाये बल्कि अपने प्यार के लिए त्याग और बलिदान करना भी सच्चा प्यार होता है!
  5. sachcha pyar क्या है चीज यह तो आपको लैला-मजनू, रोमियो-जूलिएट, हीर-राँझा, शिरीन-फरहाद की कहानिया पढ़कर मालूम होगा और आप जान सकेंगे कि इन सबने प्यार के लिए क्या क्या नहीं किया!
  6. सच्चा प्यार मन्दिर की तरह पवित्र, मस्जिद की तरह पाक, गुरुद्वारे की तरह से इबादत स्थल होता है! इसमें वासना की कोई जगह नहीं होती है! वासना के लिए किया गया प्यार कभी सच्चाई और मंजिल को नही पा सकता!

प्यार, इश्क और मोहब्बत में अन्तर

प्यार को शुद्ध भाषा में प्रेम कहते है! प्यार अर्थात प्रेम त्याग की वह अनुभूति है जो राधा ने श्याम के लिए, मीरा ने मोहन के लिए,गडिका ने कृष्ण के लिए किया था!

इश्क एक फारसी शब्द है जो प्यार के लिए इस्तेमाल होता है! हिंदी या संश्कृत में एक शब्द इष्ट आता है जिसका अर्थ भी इससे काफी मिलता है जैसे इष्ट का मतलब मुख्य होता है!

मोहब्बत में मोह शब्द पहले लगा है यानि जिससे मोह हो प्यार हो यानि ये तीनो शब्द एक दुसरे के पर्याय वाची है एक दूसरे के पूरक है!

प्यार में दर्द क्यों होता है

प्यार है तो दर्द है अगर प्यार में दर्द न हो प्यार का मतलब ही ख़तम हो जायेगा! जितना प्यार का महत्त्व है उससे कही ज्यादा प्यार में होने वाले दर्द का! क्योकि आप मीठे के चाहे जितना ज्यादा सौकीन हो आपको लगातार मीठा ही दिया जाये तो आपके लिए मीठे का महत्त्व शून्यहो जायेगा!

प्यार के दर्द पर लाखो गाने बन चुके है और आगे बनते रहेंगे लोग अपनी तरह से प्यार के दर्द को परिभाषित करते रहेंगे लेकिन न प्यार करने वाले कम पड़ेंगे न उनको दर्द देने वाले!

प्यार में दर्द के कई कारण होते है कुछ तो अपने आप उत्पन्न होते है कुछ खुद की नादानी से! प्यार में जहा पर एक दुसरे पर शक करना प्रारंभ हुआ दर्द की शुरुवात हो जाती है!

इस लिए किसी बात के नतीजे पर बिना जाच के न पहुचे वरना पछताने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचेगा! प्यार करना कभी गलत नहीं होता, बस गलत इन्सान से प्यार करना गलत होता है

प्यार भरी शायरी

पलभर की भी तन्हाई तुम्हे नसीब न हो,

कभी कोई गम तेरे करीब न हो!

रब तुम्हारी झोली खुशियों से इतनी भर दे,

दुनिया में तुमसे बढ़कर कोई भी खुशनसीब न हो!!

दर्द भरी शायरी

अगर तुम जा ही रहे हो तो मुड़कर देखने की हिमाकत मत करना,

क्योकि मौत की सजा के बाद कलम को तोड़ दिया जाता है!

निष्कर्ष

अंत में बस यही कहना है प्यार क्या होता है, किस उम्र में होता है, किस जगह होता है यह सब अपने नसीब पर निर्भर होता है! जिसका जो नसीब है उसे उसी तरफ ले जाता है वही संयोग बन जाते है वही प्यार भरा माहौल बन जाता है!

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