ट्रांसजेंडर क्या होता है? Trangender Meaning in Hindi | ट्रांसजेंडर और किन्नर में अंतर

ट्रांसजेंडर क्या होता है? Transgender in Hindi, ट्रांसजेंडर और किन्नर में मूल अंतर क्या है? आदि के बारे में अक्सर लोगो के मन में सवाल आता है. लेकिन लोग यह नहीं जान पाते कि Transgender Meaning Hindi क्या होती है आज हम आपको इस लेख में ट्रांसजेंडर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने वाले है और आप इस लेख में ट्रांसजेंडर के प्रकार और इनके कानूनी अधिकार के बारे में भी जानकारी हासिल करेंगे.

ट्रांसजेंडर मतलब हिंदी में क्या होता है | Transgender Meaning Hindi Men

भारत में अक्सर लोग ट्रांसजेंडर का मतलब हिजड़ा या छक्का या किन्नर समझते है लेकिन यह इतना सरल नहीं है इनके शब्दों की तरह से ट्रांसजेंडर का मतलब निकालना आसान नहीं है. समय के साथ और लोगो की अंग्रेजी के प्रति रूचि के कारण हिजड़ा, किन्नर, या छक्का कहने के स्थान पर लोग अब Transgender शब्द का प्रयोग करने लगे है. क्योकि अभी लोग इस बारे में खुलकर बात नहीं करना चाहते है.

समय के साथ अब इनको भी अपने अधिकार मिलने लगे है और अब अगर आप किसी भी फॉर्म को अप्लाई करते है तो पहले आपको लिंग के स्थान पर केवल दो आप्शन मिलते थे 1- पुरुष, 2- स्त्री

लेकिन अब आपको अधिकतर फॉर्म में एक तीसरा विकल्प भी दिख जाता है थर्ड जेंडर या ट्रांसजेंडर. आइये अब हम आगे ट्रांसजेंडर के बारे में और जानकरी प्राप्त करते है.

ट्रांसजेंडर क्या होता है? – Transgender Meaning in Hindi

ट्रांसजेंडर को हिंदी में परलैंगिक कहा जाता है ऐसे व्यक्ति जिनका लिंग उनके जन्म के समय के लिंग से मेल नहीं खाता है ट्रांसजेंडरकहलाते है. Transgender Person न तो पूरी तरह से पुरुष होता है और न ही महिला. इसको इस प्रकार से समझते है जैसे कोई व्यक्ति जन्म के समय पुरुष की रूप में पैदा हुआ लेकिन वह अपने पुरुष होने के साथ न्याय नहीं कर पा रहा है और उसके हाव भाव महिलाओं की तरह है और वह पुरुष से अधिक महिला होने में संतुष्टि प्राप्त करता है.

ट्रांसजेंडर महिला और पुरुष दोनों हो सकते है इनकी पहचान इनके विपरीत लिंग के तौर पर की जाती है. एक ट्रांस महिला वह होती है जिसका जन्म तो पुरुष के रूप में हुआ है लेकिन उसकी पहचान के महिला के रूप में होती है उसे महिला ट्रांसजेंडर कहा जाता है.

ट्रांस पुरुष महिला की रूप में जन्म लेता है लेकिन समय के साथ वह पुरुष के रूप में पहचाना जाता है उसे पुरुष ट्रांसजेंडर कहा जाता है. ट्रांसजेंडर में ट्रांस मेन, ट्रांस वीमेन, इंटरसेक्स, जेंडर Queer को रखा जाता है लेकिन अब Transgender में हिजड़े, किन्नर आदि को भी शामिल कर लिया गया है.

ट्रांसजेंडर का इतिहास – History of Transgender in Hindi

शायद ही कोई सभ्यता या देश हो जहाँ प्राचीन समय में ट्रांसजेंडर का इतिहास न मिलता हो, भारत में भी कई पौराणिक कथाओ और इतिहास में टट्रांसजेंडर का वर्णन है. वैसे ट्रांसजेंडर की इतिहास के बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध करवाना काफी कठिन है क्योकि ट्रांसजेंडर होना उस सामान्य भी समाज में गिरी नजरो से देखा जाता था. लेकिन समय के साथ लोगो ने इस पर बात करना प्रारंभ किया 1900 के मध्य तक लोग इसके बारे जाननें लगे थे.

प्राचीन यूनानी हिप्पोक्रेट्स ट्रांसजेंडर के बारे संक्षिप्त चर्चा करते थे ऐसा उदहारण सामने आता है इसमें उन्होंने “सीथियन्स की बीमारी” (एनारी के बारे में) का वर्णन किया है, जिसमे नपुंसकता का बड़ा कारण बिना रकाब के घोड़े की सवारी को माना गया. लेकिन 1500 से 1700 के दसक में चिकित्सीय लेखन में इस सन्दर्भ के बारे में खूब चर्चा हुई है. 1596 में पियरे पेटिट ने “साइथियन रोग” को प्राकृतिक भिन्नता के रूप में बताया, लेकिन 1700 के दशक तक अन्य कई लेखकों ने इसका कारण “उदासी”, या “हिस्टेरिकल” मनोरोग बताया.

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1800 दसक में यूरोपीय पागल खानों में ट्रांस पुरुष और महिला दोनों का होना पाया गया. बाद में इसकी चर्चा बढ़ने लगी कई लेखको और चिकित्सकीय विद्वानों ने अपने हिसाब से इसका वर्णन करना शुरू किया और व्याख्या प्रदान की.

यह भी कहा जाता है कि प्राचीन ग्रीस, फ्रीगीय और रोम में जो गली पुजारी थे उनके बारे में कुछ विद्वानों का मत है कि वह ट्रांस महिलाएं होती थी.

भारत में महाभारत में ट्रांसजेंडर होने का वर्णन मिलता है महाभारत में भीष्म पर्व में शिखण्डी नामक पात्र का वर्णन मिलता है जोकि एक ट्रांसजेंडर था इसके अतिरिक्त अर्जुन को भी एक श्राप के कारण अज्ञातवास के दौरान ट्रांसजेंडर बनाना पड़ा था.

222 ईस्वी में रोमन सम्राट एलागाबालस काफी लोक प्रियथे जिन्हें लोग भगवान मानते थे लेकिन वह पुरुष की अपेक्षा एक महिला कहलाना ज्यादा पसंद करते थे.

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ट्रांसजेंडर को कानूनी मान्यता

काफी लम्बी लड़ाई के बाद भारत में ट्रांसजेंडर को कानूनी मान्यता मिली. अप्रेल 2014 में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर को तीसरे लिंग (Third Gender) के रूप में मान्यता प्रदान की यही से इन सभी के विकास और समाज में अपनी पहचान को स्थापित करने का मौका मिला. न्यायमूर्ति केएस राधाकृष्णन ने अपने फैसले में कहा कि, “शायद ही कभी, हमारे समाज को उस आघात, पीड़ा और दर्द का एहसास होता है, जिससे ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य गुजरते हैं, और न ही लोग ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों की जन्मजात भावनाओं की सराहना करते हैं, विशेष रूप से जिनके मन और शरीर ने उनके जैविक लिंग को अपनाने से इंकार कर दिया. “

ट्रांसजेंडर शब्द का अर्थ – Meaning of Transgender in Hindi

ट्रांसजेंडर का अर्थ होता है परलैंगिक. Transgender शब्द का उद्भव दो शब्दों से मिलकर हुआ है – Tarns + Gender.

  • Trans का अर्थ होता है ‘दूसरी अवस्था में’
  • Gender का अर्थ होता है ‘लिंग’

यानि एक ऐसा व्यक्ति जो पैदा होने के समय शारीरिक रूप से दुसरे लिंग में था लेकिन समय के साथ वह जब बड़ा हुआ और सोचने समझने की शक्ति विकसित हुई तो वह अपने विपरीत लिंग में अपने आप को महसूस करता है और उसमे ज्यादा सुखद महसूस करता है.

ट्रांसजेंडर कितने प्रकार के होते है – Types of Transgender in hindi

Transgender में कई श्रेणियां होती है लेकिन सबसे पोपुलर श्रेणी है Cross Dressers Transgender, Transsexual . Transsexual में Heterosexual, Bisexual, Lesbian और gay आते है.

Cross Dressers Transgender

इस श्रेणी में वह ब्यक्ति आते ही जो अपने लिंग के विपरीत लिंग के कपडे पहनना उसके तरह रहना और कार्यो को करना पसंद करते है. जैसे एक लड़का लड़की के कपडे पहनना पसंद करता हो. या फिर कोई लड़की जिसे अपने विपरीत लिंक के कपडे पहनना सामान लिंग के प्रति आकर्षण का होना आदि पसंद आता है इसे Cross Dresser  कहा जाता है.

Transsexual

आज के समय में मेडिकल सर्जरी के द्वारा लिंग परिवर्तित करवाना काफी सुना जाता है. जो व्यक्ति जन्म के बाद अपना लिंग परिवर्तित करवा लेते है ऐसे व्यक्तियों को Transsexual Transgender कहा जाता है.

Transsexual ऐसे व्यक्तियों को कहा जाता है जो जन्म के समय पुरुष या स्त्री होते है लेकिन वह अपने वर्तमान लिंग में असहज महसूस करते है इसके लिए वह मेडिकल साइंस के जरिये लिंग परवर्तित करवाकर विपरीत लिंग को धारण कर लेते है इन्हें ही Transsexual कहा जाता है इन्हें अपने प्यार या शादी के चुनाव के आधार पर Lesbian, Heterosexual, Bisexual और gay की श्रेणी में परिभाषित किया जाता है.

Transgender में L, G, B, T, I, Q का मतलब क्या होता है?

Meaning of L, G, B, T, I, Q  in Transgender में कई लोगो को इनमे फर्क करना नहीं मालूम होता है और इनका मतलब क्या होता है आइये जानते है.

L – Lesbian (लेस्बियन)

जब कोई औरत अपने समान लिंग यानि औरत से प्यार करती है उसे लेस्बियन कहा जाता है. लेस्बियन में दो औरते एक दूसरे की पार्टनर होती है लेकिन इनमे से एक औरत का व्यक्तित्व आदमी की तरह होता है वह आदमी की तरह कपडे पहनना बाल रखना और सभी तरह के हाव भाव एक पुरुष की तरह होते है जिसे ‘बुच’कहा जाता है.

लेकिन वहीं दूसरी औरत औरत की तरह से रहती है उसकी तरह से ड्रेस पहनती हो लम्बे बालों को रखती है जिसे ‘फेम’ कहा जाता है.

G – Gay (गे)

जब कोई आदमी होकर आदमी के प्रति आकर्षक होता हो और आदमी से प्यार करता हो गे कहलाता है. Gay शब्द आजकल काफी प्रचिलित है और इस प्रकार के सन्दर्भ पर कई सारी फ़िल्में भी आ चुकी है जिसके कारण लोग अब इस पर बात करना पसंद करते है औए इनके प्रति घ्रणा कम हुई है.

B – Bisexual  (बाईसेक्सुअल)

जब कोई औरत किसी औरत से और मर्द दोनों से प्यार करती हो या कोई पुरुष किसी पुरुष और औरत दोनों से प्यार करता हो उसे Bisexual कहा जाता है. जब कोई व्यक्ति अपने विपरीत जेंडर और सामान जेंडर दोनों से प्यार करता हो यह कोई पुरुष या स्त्री दोनों हो सकते है इसे बाईसेक्सुअल कहा जाता है.

T – Transgender (ट्रांसजेंडर)

ट्रांसजेंडर ऐसे व्यक्तियों को कहा जाता है जो जन्म के समय किसी दूसरे लिंग में पैदा हुए लेकिन समय के साथ उनका शरीर इसके उलट व्यवहार करता है और उन्हें ऐसा महसूस होता है ट्रांसजेंडर कहलाते है.

I – Intersex ( इंटरसेक्स)

कभी-कभी किसी व्यक्ति के पैदा होने के समय उसके गुप्तांगो के कारण यह साफ नहीं हो पता कि वह पुरुष है या औरत.

लेकिन जब वह व्यक्ति बड़ा होता है और उसे अपने शरीर के बदलाव के कारण खुद समझ आ जाता है कि कैसा है और कैसा महसूस करता है इंटरसेक्स व्यक्ति कहलाता है.

Q – Queer (क्वीयर)

Queer ऐसे इन्सान को कहा जाता है जो अपनी पहचान ही नहीं कर पाता है कि वास्तव में वह क्या है. ऐसे इन्सान का जीवन काफी कठिन होता है, इनके शरीर की चाहत क्या है इन्हें क्या पसंद है यह औरत है या मर्द. ऐसे व्यक्ति Queer कहलाते है.

ट्रांसजेंडर और किन्नर (हिजड़े) में क्या अंतर है?

किन्नर या हिजड़ा ऐसे व्यक्तियों को कहा जाता है जिनका जननांग पूरी तरह से विकसित नहीं होता है. जो न यो स्त्री होते है और न ही मर्द. किसी व्यक्ति के लिंग का निर्धारण उसके जननांग के आधार पर किया जाता है लेकिन इनमे ऐसा कुछ नहीं होता है जो इन्हें male या Female के रूप में परिभाषित कर सके. जबकि ट्रांसजेंडर ऐसे व्यक्तियों को कहा जाता है जो जन्म के समय अपने जननांग के अनुसार पुरुष या स्त्री होते है लेकिन बड़े होने पर वह अपने को विपरीत लिंग का मानना शुरू कर देते है. ऐसे लोग अपने को विपरीत लिंग का होना स्वीकार कर लेते है.

ट्रांसजेंडर क्या होता है? से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर

किन्नर और ट्रांसजेंडर में क्या अंतर है?

ट्रांसजेंडर ऐसे व्यक्तियों को कहा जाता है जिनका जन्म के समय लिंग निर्धारित होता है लेकिन समय और समझ के वह विपरीत लिंग के अनुरूप व्यवहार करना प्रारंभ कर देते है. जबकि किन्नर या हिजड़ा उन्हें कहते है जिनके जन्म के समय जननांग पूर्ण रूप से विकसित नहीं होता है और यह निर्धारित करना मुश्किल होता है कि वह पुरुष ता स्त्री.

ट्रांसजेंडर क्यों पैदा होते है?

यह कह पाना कि ट्रांसजेंडर क्यों पैदा होते है मुश्किल है लेकिन जब माँ के पेट में बच्चा पल रहा होता है और उसके लिंग का निर्धारण हो रहा होता है तब किसी चोट के लग जाने के कारण, हार्मोनल प्रोब्लम के कारण या खान पान की वजह से पुरुष या औरत बनाने की जगह पर दोनों लिंग के गुण आ जाते है या किसी लिंग का निर्धारण नहीं हो पाटा है.

ट्रांसजेंडर की पहचान कैसे की जाती है?

अगर आप अपने वर्त्तमान लिंग और व्यवहार में असहज महसूस कर रहे है जबकि आपको विपरीत लिंग के रूप में रहना सहज लगता है अथवा कोई व्यक्ति जैसे वह मर्द है लेकिन वह महिओं की तरह व्यवहार करता और इसमें उसे ग्लानि नहीं महसूस होती हहै तो ऐसे लोगो को ट्रांसजेंडर समझा जा सकता है.

क्या ट्रांसजेंडर को अपने लिंग निर्धारण का अधिकार है?

कानून के मुताबिक किसी भी ट्रांसजेंडर को अपने लिंग के निर्धारण अधिकार है.

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