Two Child Policy क्या है? और India में किन राज्यों में लागू है? तथा कौन से राज्य इसे लागू कर रहे है?
सारांश सारणी
दो बच्चों वाला कानून यानि Two Child Policy के बारे में आज कल काफी चर्चा है, लोग जानना चाहते है टू चाइल्ड पालिसी क्या है, भारत में किन राज्यों में इसे लागू किया जा चूका है, विश्व के वह कौन से देश है जो Two-Child Policy को अपने यहाँ कानूनी रूप से लागू किये है!
इन सारी बातों के बारे में विस्तार से जानने के लिए पहले यह समझना होगा कि इस पालिसी का उद्देश्य क्या है, और भारत समेत सभी देश इस पर क्यों विचार कर रहे है! क्या इसे लागू किया जाना चाहिए? इसको न लागू करने से आने वाले भविष्य में किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है!
What is Two Child Policy | टू चाइल्ड पालिसी क्या है?
प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए तथा इन पर जनसँख्या का अतिरिक्त बोझ कम करने के उदेश्य से सरकारों द्वारा जनसँख्या नियंत्रण के लिए प्रत्येक परिवार में केवल दो बच्चों के प्रजनन हेतु निर्धारित एक सीमा है, जिसे कानूनी रूप से लागू किया जाता है!
इसको लागू करने के लिए सरकार Government Subsidy को ख़त्म करने या कम करने अथवा पहले दो बच्चों पर ही सब्सिडी देय होगी ऐसे नियम को बनती है! जिसके कारण लोग इस नियम को मानने के लिए बाध्य हो जाते है!
इसके अतिरिक्त सरकार इसको प्रभावी रूप से लागू करने के लिए प्रलोभन को भी देती है!
टू चाइल्ड पालिसी का उद्देश्य
कोई भी देश या प्रदेश हो Two Child Policy को लागू करने के लिए निम्न उद्देश्यों को लेकर आगे बढाती है–
- देश में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को कम करना.
- लोगो को जनसँख्या नियंत्रण के लिए जागरूक करना.
- कम जनसंख्या होने पर शिक्षा, स्वास्थ्य आदि की समुचित व्यवस्था हो पायेगी.
- बच्चे कम होने पर परिवार उनका पालन, पोषण सही तरीके से हो सकेगा.
Two Child Policy किन देशों में लागू है?
विश्व के कई ऐसे देश है जिन्होंने टू चाइल्ड पालिसी या इससे मिलती जुलती Policies को अपने यहाँ लागू कर रखा है! इस प्रकार के नियमो का जनता के द्वारा पालन करवाके इन सभी देशो ने जनसँख्या नियंत्रण में काफी सफलता प्राप्त की है!
इस प्रकार की पालिसी से जनसँख्या वृद्धि पर बहुत नियंत्रण किया जा चूका है, इसका सबसे सटीक और प्रत्यक्षा उदहारण चीन है जिसने अपने यहाँ One Child Policy को लागू करके जनसँख्या को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया है!
आइये जानते है कि विश्व भर के उन Countries के नाम जिन्होंने इसे लगू कर रखा है–
- ईरान
- चीन
- सिंगापुर
- ब्रिटश होन्ग कोंग
- वियतनाम
- यूनाइटेड किंगडम
- भारत
ऊपर दिए गए देशो में पूर्ण या आंशिक रूप से इस प्रकार के जनसँख्या नियंत्रण कानून का पालन कराया जा रहा है, इनमे से कई देश जैसे ईरान, वियतनाम, होन्ग कोग और सिंगापुर ने तो इसे अपने यहाँ 1970 से लागू कर रखा है!
Two child policy pros and cons | टू चाइल्ड पालिसी के फायदे और नुकसान
अगर 2 Child Policy के फायदों के बारे में बात की जाये तो जहाँ भी इसे लागू किया गया है, वहां इसके परिणाम बहुत सुखद आये है! इसके द्वारा जनसँख्या को नियंत्रित किया जाता है!
जब जनसँख्या कम होगी तो किसी भी महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओ पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा और उसे जल्द ही नियंत्रित किया जा सकेगा!
कम जनसँख्या होने पर शिक्षा को सभी लोगो तक पंहुचाया जा सकेगा और इसकी गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जा सकता है!
इसके अतिरिक Crime, Pollution, भीड़ के कारण होने वाली समस्या, सडको पर अत्यधिक वाहनों के परिणाम स्वरूप तेल की खपत, Accident आदि में भी काफी कमी आयेगी!
इन सबके अतिरिक्त Two Child policy के कुछ नुकसान भी होते है जैसे कभी धार्मिक रीती रिवाजो में बच्चों के पैदा होने पर प्रतिबन्ध लगाना वर्जित मन जाता है!
लोगो के मन में संतान की चिंता लगी रहती है क्योकि अगर किसी के एक संतान है परिवार हमेशा उसके कुशलता के प्रति चिंतित रहता है!
Two Child Policy In India
भारत में भी Two-child policy Singapore या अन्य देशो के तरह से इसके Implement की तरफ काफी प्रयास किये जा रहे है! कुछ राज्यों ने इसे लागू भी कर दिया है!
two child policy in bihar panchayat election / Uttar Pradesh Panchayat Election में भी लागू करने की बात काफी बार उठ चुकी है ! लेकिन UP Panchayat Election में इसे लागू नहीं किया जा सका है! लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार अब इस दिशा में महत्त्व पूर्ण निर्णय लेने का मन बना चुकी है!
आइये जान लेते है कि india में वह कौन से राज्य है जिन्होंने इस प्रकार की पालिसी को लागू कर रखा है!
Two-Child Policy States in India
Indian States जिन्होंने two-child policy को किसी न किसी तरह से लागू है चाहे वह पंचायत चुनाव में हो या अन्य कोई तरीका आइये जानते है भारत में किन राज्यों ने इसे किसी न किसी प्रकार लागू कर रखा है!
Two-Child Policy in Madhya Pradesh & Chhattisgarh in hindi
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ इन राज्यों ने 2001 में सरकारी नौकरी और चुनाव में टू चाइल्ड पालिसी लागू कर दी थी लेकिन 2005 में चुनाव से यह पालिसी हटा ली गयी थी लेकिन सरकारी नौकरी में अभी भी यह लागू है!
Two-Child Policy in Andhrapradesh & Telangana
आंध्रप्रदेश में 1994 में पंचायती राज एक्ट ने दो से अधिक बच्चों वाले शख्श पर चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी!
Two-Child Policy in Maharashtra
महारास्ट्र एक ऐसा प्रदेश है जहाँ ग्राम पंचायत, नगर पालिका का चुनाव लड़ने के लिए आपके दो से अधिक बच्चे नहीं होने चाहिए! इसके अतिरिक्त Maharashtra Civil Services Rules of 2005 के तहत सरकारी नौकरी पाने के लिए आपको Two Child Policy का पालन करना होगा!
Two-Child Policy Rajasthan
राजस्थान में पंचायती राज एक्ट 1994 के अनुसार दो से अधिक बच्चों वाला शक्स चुनाव नहीं लड़ सकता, किसी संतान के विकलांग होने पर इसमें छूट प्रदान की जा सकती है! इसके अतिरिक्त सरकारी नौकरी पाने के लिए 2 Child Policy का पालन आवश्यक है!
2 Child Policy In Gujrat
गुजरात में पंचायत चुनाव के लिए इस पालिसी को लागू किया गया है दो से अधिक बच्चे होने पर पंचायत चुनाव के लिए रोक लग जायेगी!
टू चाइल्ड पालिसी इन बिहार
Bihar Panchayat Election में Two Child Policy नहीं लागू किया गया है, इसको केवल नगर पालिका चुनाव तक ही सीमित रखा गया है!
Two-Child Policy in Assam
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 2019 में Assam Two Child Policy को लागू करने का निर्णय लिया! इसके तहत अगर आप दो से अधिक बच्चे पैदा करते है, तो आपको तमाम सरकारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जायेगा! जनसँख्या नियंत्रण के लिए सरकार का यह अहम् फैसला काफी सराहनीय है!
इसके अलावा 1 जनवरी 2021 से दो से अधिक बच्चे होने पर सरकारी नौकरी भी नही मिलने के प्रावधान को लागू कर दिया गया है!
Two-Child Policy in Uttar Pradesh
UP में भी Two Child Policy लागू करने का विचार चल रहा है, और राज्य के विधि आयोग के द्वारा इस सम्बन्ध में मसौदा तैयार किया जा रहा है!
इस सम्बन्ध में जो जानकारी सामने आ रही है उसके तहत अगर UP Two child policy के उल्लंघन करने वाले परिवार को सरकारी सब्सिडी, सरकरी नौकरी और सरकार की तरफ से मिलाने वाली तमाम सुविधाओं से वंचित किया जा सकता है, या उनमे कटौती की जा सकती है!
Disclaimer
वैसे तो इंडिया में बहुत पहले से ‘हम दो हमारे दो’ का Concept चल रहा है, और इसका असर भी हुआ! सरकार के प्रयासों और प्रचार प्रसार के परिणाम स्वरूप जनसंख्या के प्रजनन दर में लगातार गिरावट आती रही है, लोगो ने खुद से परिवार नियोजन पर काम करना प्रारंभ कर दिया है!
लेकिन अभी भी कई ऐसे व्यक्ति है जो इस तरफ कोई कदम नहीं उठा रहे है, उनके प्रति सख्ती बरतने के लिए Two Child Policy जैसे कानूनों का निर्वहन जरूरी हो गया है ताकि आने वाले भविष्य में हमें जनसँख्या विस्फोट को रोकने में मदद मिले!
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